उत्तराखंड

*उत्तर प्रदेश सिंचाई राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने बिजनौर सिंचाई अधिकारी को लगाई फटकार*

ब्यूरो रिपब्लिक न्यूज़ 18
रिपोर्ट शकील अहमद बिजनौर
सिंचाई राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने सिंचाई अधिकारी को लगाई फटकार
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उत्तर प्रदेश/ बिजनौर पूरे प्रदेश में जगह जगह बाढ़ के हालात है और प्रदेश की जनता उससे जूझ रही है , माना की यह एक प्राकर्तिक आपदा होती है लेकिन सरकार की ज़िम्मेदारी होती है कि समय रहते संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पानी को रोकने के उपाये करे जिससे कि बाढ़ का पानी आबादी के क्षेत्रों जाकर जनजीवन को अस्तव्यस्त ना करे।  इसके लिए सरकार हर साल हज़ारों करोड़ रुपया यह सोचकर खर्च करती है कि प्रदेश की जनता को बाढ़ के हालात से जूझना ना पड़े , लेकिन अफसरों, नेताओं और ठेकेदारों की मिलीभगत से सरकार करोड़ो रुपया बाढ़ के पानी की तरहा कहाँ बह जाता है इसका कुछ पता नहीं चलता।

सरकारी कार्यो में कोई कमी ना रहे इसके लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में प्रदेश के अफसरों को लापरवाही न बरतने के सख्त आदेश जारी कर रखे है कि बाढ़ सुरक्षा कार्यो में कहीं कोई कमी नहीं रहनी  चाहिये , लेकिन प्रदेश के अफसरों पर मुख्यमंत्री का यह आदेश कितना असर डालता है यह आज बिजनौर में उस समय देखने को मिला जब प्रदेश के राज्य सिचाई मंत्री दिनेश खटीक गंगा बैराज पर बाढ़ सुरक्षा के कामो का जायज़ा लेने पहुंचे , बिजनौर में करोडो रूपी की लगत से चल रहे काम को देखकर मंत्री जी इतने आग बबूला हुये कि मौके पर ही उन्होंने अफसरों की क्लास लगते हुए कहा कि मैने आजतक इससे घटिया काम नहीं देखा।

दरअसल बिजनौर में गंगा की बाढ़ से गावों को बचाने के लिये गंगा किनारे पत्थरों के बांध बनाये जा रहे है , जिसकी निरिक्षण के लिये सिचाई राज्य मंत्री खुद मौके पर पहुंचे , मौके पर जब उन्होंने धीमी गति से किये जा रहे आधे अधूरे कामो को देखा तो

मंत्री जी बिफर उठे और उन्होंने अफसरों को जमकर लताड़ लगते हुए कहा कि सबके खिलाफ एक्शन लिया जायगा , उन्होंने अफसरों को ठेकेदार के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही करने को कहा , मंत्री जी चल रहे काम की गुडवत्ता से इतने गुस्से में थे की ज़मीन से पत्थर उठा उठाकर उन्होंने अफसरों को दिखाए और कहा की क्या इन पत्थरो से बांध बनाओगे। मंत्री ने साफ़ कहा की आप अगर मुख्यमंत्री और चीफ सेकेट्री यहां आकर इस काम को देखले तो किसी को नहीं बख्शेंगे।
इस निरिक्षण में एक बात तो साफ नज़र आई कि सरकार काम करना चाहती है और कर भी रही, लेकिन भ्रष्ट अफसरों और बेईमान ठेकेदारों की लापरवाही से आज प्रदेश की जनता बाढ़ जैसे हालातो का सामना करने को मजबूर है।

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