तीर्थ नगरी ऋषिकेश का नगर निकाय चुनाव ,4 नगर निकाय चुनाव दो मंत्री एक विधायक की साख दांव पर*
ब्यूरो रिपब्लिक न्यूज़ 18 उत्तराखंड/ ऋषिकेश, तीर्थनगरी की निकायों में मौजूदा चुनाव सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के साथ ही भाजपा के दो मंत्रियों और एक विधायक के लिए खासा महत्वपूर्ण है। खासकर इसलिए भी कि टिकटों के बंटवारे में उनकी खासी भूमिका बताई गई। पिछले चुनाव में भाजपा के पास दो निकाय और एक कांग्रेस के खाते में थी। जबकि नगर पंचायत तपोवन का यह पहला चुनाव है। लिहाजा, दो मंत्री, एक विधायक की साख से ताल्लुक इन चार निकाय में रोमांचक मुकाबले के आसार बताए जा रहे हैं।
नगर निगम ऋषिकेश
ऋषिकेश विधानसभा में नगर निगम का यह दूसरा चुनाव है। पहले चुनाव में भाजपा ने परचम लहराया था। इसबार यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। नामांकन वापसी के बाद मेयर पद पर चार प्रत्याशी मैदान में हैं। जिनमें भाजपा ने शंभू पासवान, कांग्रेस ने दीपक प्रताप जाटव और यूकेडी ने रिटायर्ड अधिकारी महेंद्र सिंह को टिकट दिया है। जबकि दिनेश चंद्र मास्टर कांग्रेस से बगावत कर निर्दल मैदान में आ डटे हैं।
चर्चा है कि भाजपा से मेयर प्रत्याशी शंभू पासवान को टिकट दिलाने में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की खासी भूमिका रही। जिसके चलते अब यहां भाजपा की जीत का दारोमदार पासवान से ज्यादा अग्रवाल के कंधों पर अधिक रहेगा। अग्रवाल ने मेयर के साथ ही पार्षद सीटों को भी जीतने का दावा भी किया है। मगर, दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि पासवान को पार्टी में सामने से तो नहीं लेकिन अंदरखाने भितरघात का सामना करना पड़ सकता है।
*नगर पालिका मुनिकीरेती-ढाल वाला*
नगर पलिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला का भी यह दूसरा चुनाव है। यह सीट पहली बार महिला आरक्षित हुई है। पहले चुनाव में यह सीट भी भाजपा को मिली थी। जिसमें नरेंद्रनगर विधायक और मंत्री सुबोध उनियाल का प्रभाव ही माना गया था । इस बार अध्यक्ष के लिए भाजपा से बीना जोशी, कांग्रेस से उर्मिला राणा और निर्दलीय नीलम बिजलवान व निर्मला उनियाल मैदान में है निर्मला उनियाल भाजपा की बागी प्रत्याशी है जबकि नीलम बिजलवान के पति हिमांशु बिजलवान ने 2022 में कांग्रेस छोड़ी आमतौर पर यहां सुबोध उनियाल का दबदबा माना जा रहा है लेकिन मौजूदा मुकाबले में बिना जोशी को जहां बागी उम्मीदवार निर्मला उनियाल की चुनौती मिल सकती है वही 2013 में भाजपा के टिकट पर नगर पंचायत अध्यक्ष रहे शिव मूर्ति कंडवाल भी निर्दलीय नीलम बिजलवान के प्रस्तावक बने हैं नीलम 2017 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हिमांशु बिजलवान की पत्नी है उधर कांग्रेस पृष्ठभूमि के चलते नीलम बिजलवान की मौजूदगी को कांग्रेस प्रत्याशी उर्मिला उर्मिला राणा के लिए चुनौती माना जा रहा है ऐसे में सुबोध निहाल का 86 कौशल क्या सीट को भाजपा के खाते में महफूज रख सकेगा फिलहाल यह सवाल बाकी है। *नगर पंचायत तपोवन*। नरेंद्र नगर विधानसभा के अंतर्गत ही निकाय नगर पंचायत तपोवन का यह पहला चुनाव है जिस पर भाजपा से विनीता बिष्ट और निर्दलीय रोशनी बिष्ट के बीच आमने-सामने की टक्कर है कांग्रेस यहां कोई प्रत्याशी नहीं उतर पाई हालांकि कहा जा रहा है रोशनी बिष्ट कांग्रेस परिवार से ही ताल्लुक रखती हैं मगर उन्होंने कांग्रेस के सिंबल की बजाय निर्दलीय मैदान में उतरना तय किया करीब 24000 मतदाता वाली इस निकाय में भी मंत्री सुबोध उनियाल का खासा प्रभाव माना जाता है लिहाजा भाजपा के लिए निर्दलीय से मुकाबला रोचक होने के आसार लग रहे हैं